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Showing posts from February, 2017

भदौरिया के भाले को, चम्बल ने झुककर नमन किया ॥

भदौरिया इस भदावर भूमि के, मुक्ति मंत्र का गायक है । भदौरिया आजादी का, अपराजित काल विधायक है ॥ वह अजर अमरता का गौरव, वह मानवता का विजय तूर्य । आदर्शों के दुर्गम  पथ को, आलोकित करता हुआ सूर्य ॥ भदौरिया की खुद्दारी, भदावर की पूँजी है । ये वो धरती है जहाँ कभी, गोलियों की आवाजें गूंजी है ॥ नस नस मे जागा था,  विक्रमी तेज बलिदानी का । जय बटेश्वर का ज्वरा जगा , जागा था खड्ग भद्रकाली का ॥ लासानी वतन परस्ती का, वह वीर धधकता शोला था । भदावर का महासमर, मजहब से बढ़कर बोला था ॥ भदौरिया की कर्मशक्ति, चम्बल का पावन नीर हुई । भदौरिया की देशभक्ति, पथ्थर की अमिट लकीर हुई । समरांगण मे अरीयो तक से, इन यौद्धा ने छल नही किया । सम्मान बेचकर जीवन का, कोई सपना हल नही किया ॥ मिट्टी पर मिटने वालो ने, अब तक जिसका अनुगमन किया । भदौरिया के भाले को, चम्बल ने झुककर नमन किया ॥ प्रण की गरिमा का सूत्रधार, भदावर धरा सत्कार हुआ । भदौरिया का भदावर की, धरती पर जयजयकार हुआ ॥  ~ सुखदेवसिंह भदौरिया" गाँव:कैंजरा, तहेसील: बाँह  जिला : आगरा

Ground Report : Chambal

डकैतों के लिए मशहूर यमुना चम्बल के बीहड़ के मंगलाकाली मंदिर से लाइव