डकैतों के लिए मशहूर यमुना चम्बल के बीहड़ के मंगलाकाली मंदिर से लाइव
भ दौरिया वंश के गोत्रचार शाखाचार इस प्रकार है वंश : अग्निवंशी राजपूत गोत्र : वत्स शाखा : राउत , मेनू , तसेला , कुल्हिया , अठभईया रियासत : चंद्रवार , भदावर , गोहद , धौलपुर ईष्ट देव : बटेश्वरनाथ (महादेव शिव) ईष्ट देवी : भद्रकाली ( भदरौली व् अमहमदाबाद) मंत्र : ॐ ग्लौं भद्रकाल्यै नमः नगाड़ा : रणजीत निसान : केसरिया वृक्ष : पीपल पक्षी : परेवा (कबूतर) वेद : श्याम तीर्थ : बटेश्वर घाट : विठूर लोकगीत : लंगुरिया , सपरी शस्त्रीय संगीत : ग्वालियर घराना